इंडियन नेशनल फ्लैग का इतिहाश -“The History Of Indian National Flag.”

                   The History Of Indian National Flag In Hindi

(original Photo source: Wikimedia Commons)

July २० ,1947 जब इंडियन कॉन्स्टिट्यूशन असेंबली के मेंबर्स मीट किए कॉन्स्टिट्यूशन हॉल में दिल्ली में, तब एजेंडा पर पहला आइटम कथित तौर पर पंडित जवाहरलाल नेहरू द्वारा मुक्त भारत के लिए एक राष्ट्रीय ध्वज अपनाने के बारे में था. 

ऐसा क्यों किया गया था कि” भारत का नेशनल फ्लैग होरिजेंटल होगा जिसमे ट्राई कलर मतलब तीन रंग  फ्लैग मै हारेगा – डीप सेफ्रॉन जिसको केसरी रंग से जाना जाता है, सफेद यानी वाइट, और डार्क ग्रीन, और तीनों ही रंग समान परिमाण में यूज होगा फ्लैट में.”

सफेद बैंड में नेवी ब्लू (चक्र द्वारा प्रतिस्थापित किया जा रहा चरखा) में एक पहिया था, जो अशोक के सारनाथ शेर राजधानी के एबेकस पर दिखाई देता है.

1904-1906 के बीच  मई स्वामी विवेकानंद के एक आयरिश शिष्य सिस्टर निवेदिता द्वारा एक भारतीय ध्वज को कथित रूप से संरचित किया गया था, जाहिर है कि भारत का प्राथमिक राष्ट्रीय ध्वज 7 अगस्त, 1906 को कोलकाता में पारसी बागान स्क्वायर में उठाया गया था .

(Photo source : knowindia.gov.in)

उस फ्लैग मई ,तीन हॉरिजॉन्टल स्ट्रिप्स था -Red,Yellow और Green रंग का .और बिच मई Vande Mataram लिखा हुआ था .माना जाता है कि स्वतंत्रता कार्यकर्ता सचिंद्र प्रसाद बोस और हेमचंद्र कानूनगो द्वारा ध्वज पर लाल पट्टी में सूर्य और दरांती चंद्रमा की छवियां थीं, और हरी पट्टी में आठ आधे खुले कमल थे.

Nehru addresses the crowd at Red Fort in August 1947. (Photo: Wikimedia Commons)

1931 मई कांग्रेस कमिटी कराची मई मेट किआ ,और तिरंगा  को भारत के नेशनल फ्लैग बनाया गया .लाल रंग को सैफरन रंग से रेप्लास किअ गया ,और रंगों का जो अर्रांगेमेंट था flag मई वोह चंगे करदिया गया .ध्वज/Flag की कोई धार्मिक व्याख्या नहीं थी.

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