Apna Time Bhi Aayega Episode 22 March : Veer Gets Bail ,Rani Is Happy

             Apna Time Bhi Aayega Written Episode 22 March

आज के एपिसोड में होने वाला है फिल्मी ड्रामा, वीर को सही साबित करने के लिए रानी ने अपने जिंदगी को फिर से एक बार खतरे में डाल दी है रानी को हुआ है एक्सीडेंट यह देखकर वीर दौड़ कराते हैं और देखते हैं कि रानी को बहुत ज्यादा चोट पहुंची है वीर कहने लगते हैं जज को कि वह एक डॉक्टर है और वह विनती करते हैं जैसे कि वह वीर को छोड़ देता की वीर रानी की इलाज कर सके.

जज एंबुलेंस भुलाने के लिए कहते हैं और कहने लगते हैं वह वीर को नहीं छोड़ सकते क्योंकि उनके भी कुछ नियम कायदे हैं वीर कहने लगते हैं वह कुछ भी नहीं सुनना चाहते हैं वह एक डॉक्टर है और वह एक पति भी है और एक पति होने के नाते और एक डॉक्टर होने के नाते उनके सामने एक बीवी है और एक पेशेंट है जिनका इलाज करना उनका दायित्व है.

रानी का यह हालत देखकर रामाधीर और बिरजू रोने लगते हैं. जॉर्ज विजय को कहते हैं रानी को लेकर नजदीकी हस्पताल में जाने के लिए पर वीर बंदूक उठा लेते हैं और कहने लगते हैं वह सिर्फ यही चाहते हैं कि वह अपने पत्नी का इलाज कर पाए. सभी मनाने को कोशिश करते हैं पर भी नहीं मानते उसके बाद जज अनुमति देते हैं वीर को रानी की, ट्रीटमेंट करने की.

उधर हस्पताल में पहुंचते ही वीर को पता चलता है कि वह एक बहुत ही छोटा अस्पताल है जिसके कारण उसमें ऑपरेशन करने का सभी चीजें नहीं है पर वीर अपने काम करने लगते हैं. 

रामाधीर को समझने लगते हैं बिरजू और कहने लगते हैं कि रानी को कुछ नहीं होगा उधर राजमाता कहते हैं कि वह पूरा विश्वास करते हैं वीर पर वीर कुछ नहीं होने देंगे.

राजेश्री मन ही मन सोचने लगते हैं कि कैसे जानी ने वीर को बचाने के लिए यह सब किया है वह मन ही मन सोचती है कि उन्होंने कभी यह नहीं सोचा था कि रानी इतना बड़ा रिस्क लेगी वह भी वीर को बचाने के लिए.

 






नर्स कहने लगते हैं कि उनको पता नहीं है वह रानी को बचा पाएंगे कि नहीं. रानी क्यों खो जाने पर रानी अपनी ऑक्सीजन मार्क्स हटाने की कोशिश करते हैं पर वीर कहते हैं ऐसा नहीं करने के लिए और वही करने के लिए जो वह कह रहे हैं.

वीर पूछने लगते हैं कि रानी ने ऐसा क्यों किया क्या उनको चोट पसंद है रानी हंसने लगती है और पूछती है कि क्या वीर को छोड़ दिया गया है. वीर कहते हैं कि उस हालत में भी वह उनके बारे में सोच रहे हैं और उनको इंजेक्शन देते हैं वीर बाहर आकर कहने लगते हैं कि जानी सो रही है वह लोग बाद में मिल सकते हैं उनसे.

अगले ही दिन जज वीर को छोड़ देते हैं और पुलिस को इन्वेस्टिगेट करने कहते हैं उसके स्कोर यह बात सुनकर रानी बहुत खुश होती है. विक्रम रानी को कांग्रेचुलेशन करते हैं, राजमाता आशीर्वाद करते हैं रानी को. 

घर पहुंचते आरती करती है राजश्री वीर को और मन ही मन सोचने लगती है उनको इस बार और भी सतर्क रहना पड़ेगा. आरती का थाली की नहीं जाती है कि कुमुद बचा लेती और कहने लगती है कि उनके लापरवाही से वीर को फिर से चोट पहुंच सकती थी…

प्रातिक्रिया दे

आपका ईमेल पता प्रकाशित नहीं किया जाएगा. आवश्यक फ़ील्ड चिह्नित हैं *